marathi blog vishwa

Wednesday, 26 September 2012

मन



मन गंभीर, मन उदास
मन एकाकी ... गहिवरलेले..

मन हसरे , मन नाचरे
मन गहिरे ... आसुसलेले..

मन कठीण, मन वाईट
मन ओंगळ ... बरबटलेले..

मन चंचल, मन अस्थिर
मन वासरू ... भरकटलेले..

मन तृप्त, मन शांत
मन आत्मरंगी ..रंगलेले..

---सुधांशु , बहरीन - २६ /०९ /१२

No comments:

Post a Comment